हमने 'तलाश' कर ली। आप भी 'तलाश' कर लीजिए। दावा है कि निराश नहीं होंगे। आमिर ने फिर साबित किया कि वह क्यों मिस्टर परफेक्शनिस्ट हैं। अच्छी कहानी, अच्छी एक्टिंग, अच्छी सिनेमैटोग्राफी। ट्विस्ट्स और टर्न से भरपूर इस कहानी का एंड आपको हिलाकर रख देने की क्षमता रखता है। हां, बस बीच में फिल्म थोड़ी सी बोझिल जरूर हो जाती है। अगर रीमा कागती इसकी शुरुआती रफ़्तार कायम रखने में सफल होतीं तो यह और भी शानदार फिल्म होती। बहरहाल रीमा कागती का डायरेक्ट्रियल डेब्यू बढ़िया है। आमिर तो हैं ही बेमिसाल, बाकी रानी मुखर्जी, करीना कपूर, राजकुमार यादव भी अपने रोल में फिट हैं। हालांकि महफिल लूटी है, नवाजुद्दीन सिद्दिकी ने। उन्होंने फिर साबित कर दिया है कि रोल की गहराई में डूबकर कैसे काम किया जाता है।
(मेरी तरफ से फिल्म को 4 स्टार)
(मेरी तरफ से फिल्म को 4 स्टार)
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