उस रात मैं बहुत देर तक
इंतजार करता रहा
नौ बजे, फिर साढ़े नौ
और दस बजे तक
नहीं आया
तुम्हारा गुडनाइट मैसेज
मेरा ध्यान मोबाइल पर ही लगा था
सारे रास्ते
जेब से निकालकर चेक करता रहा
घर पहुंचकर खाना खाने बैठा
मगर हाथ बार—बार मोबाइल तक पहुंच जाता
दोस्तों ने हड़काया
साले, खाना तो ठीक से खा ले!
किताब लेकर पढ़ने बैठा
और आधे घंटे में दस बार इनबॉक्स टटोला
फिर झपकी आ गई
ख्वाब में तुम्हारा एसएमएस पढ़ रहा था
मुस्कुराया और सो गया
काश, मैं ख्वाब में ही रहता
क्योंकि सुबह तक नहीं आया था
तुम्हारा कल का गुडनाइट मैसेज!
इंतजार करता रहा
नौ बजे, फिर साढ़े नौ
और दस बजे तक
नहीं आया
तुम्हारा गुडनाइट मैसेज
मेरा ध्यान मोबाइल पर ही लगा था
सारे रास्ते
जेब से निकालकर चेक करता रहा
घर पहुंचकर खाना खाने बैठा
मगर हाथ बार—बार मोबाइल तक पहुंच जाता
दोस्तों ने हड़काया
साले, खाना तो ठीक से खा ले!
किताब लेकर पढ़ने बैठा
और आधे घंटे में दस बार इनबॉक्स टटोला
फिर झपकी आ गई
ख्वाब में तुम्हारा एसएमएस पढ़ रहा था
मुस्कुराया और सो गया
काश, मैं ख्वाब में ही रहता
क्योंकि सुबह तक नहीं आया था
तुम्हारा कल का गुडनाइट मैसेज!
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