एसक्यूएस प्रोजेक्ट बैंड के बाद गोरी तेरे प्यार से बॉलीवुड में अपनी आवाज पहुंचा रहे हैं गायक सनम पुरी
- 'धत तेरी की' गाना कैसे मिला?
- हमारे मैनेजर हैं बेन थॉमस। उन्होंने विशाल-शेखर के लिए हमारे अलबम एसक्यूएस सुपरस्टार का गाना तेरी आंखों से प्
- बैंड से बॉलीवुड तक का सफर कैसा रहा?
- काफी अच्छा सफर रहा। करीब ३ साल पहले हमारा पहला अलबम आया था। तब से अब तक काफी अच्छा रहा है सबकुछ।
- बतौर गायक कहां कंफर्टेबल पाते हैं खुद को, बैंड में या बॉलीवुड में?
- निश्चित तौर पर बैंड में। यहां हमारे पास पूरी आजादी होती है। गाने में हेरफेर करने या फिर ट्यून में बदलाव और उसका अंदाज तय करने में। बॉलीवुड में ऐसा होना मुश्किल है, क्योंकि वहां हम किसी के अंडर में काम कर रहे होते हैं। जो फिल्म के डायरेक्टर-प्रोड्यूसर को पसंद आता है बस उसी के मुताबिक काम करना पड़ता है।
- किसी सिंगर के लिए फिल्मों में गाना क्यों जरूरी हो गया है?
- जरूरी तो नहीं, लेकिन इसे जरूरी बना दिया गया है। नाम, पहचान, शोहरत सब फिल्मों में गाने के बाद ही मिलती है। इसलिए लोग एक या दो अलबम निकालने के बाद फिल्मों में काम की तलाश में लग जाते हैं।
- अगर फिल्मों में काम मिलने लगेगा तो क्या बैंड बंद कर देंगे?
-बिल्कुल नहीं। फिल्मों में काम तो पता नहीं कितना और कब तक मिलेगा, लेकिन बैंड तो जिंदगी भर साथ देगा।
- तो क्या यह शुरू से तय था कि म्यूजिक की ही फील्ड में जाना है?
- बिल्कुल! मैं पैदा ही इसीके लिए हुआ हूं। छह साल की उम्र से ही गाने लगा था।
-आपके लिए म्यूजिक क्या है?
म्यूजिक से मुझे पैसा और शोहरत नहीं कमानी है। म्यूजिक से मुझे लोगों को खुश करना है।
- कौन से सिंगर्स पसंद हैं?
- सभी सिंगर्स को सुनना अच्छा लगता है। आखिर सभी मेहनत करते हैं, तो हमें सभी का सम्मान करना चाहिए।
- कभी किसी से इंस्पायर हुए?
- नहीं, कभी नहीं। मेरी इंस्पिरेशन मेरा भाई समर ही है। असल में मैं गाने ज्यादा सुनता नहीं हूं। इसके बजाए मैं ऑर्केस्ट्रा म्यूजिक सुनना पसंद करता हूं।
- आपके भाई समर आपसे छोटे हैं या बड़े?
- समर मुझसे दो साल बड़े हैं।
-दोनों के बीच क्या काम बंटा हुआ है?
-नहीं, ऐसा कुछ नहीं। आपस में डिस्कस करते रहते हैं। बस उनकी लिखने पर पकड़ थोड़ी अच्छी है तो वे गाने लिखते हैं। बाद में मैं उसकी धुन तैयार करता हूं।
- आगे क्या करने का इरादा है?
- बहुत कुछ करना है। गाना तो चलता ही रहेगा, साथ ही फिल्मों में म्यूजिक भी देना है। एेक्टिंग के बारे में भी सोचा है, लेकिन पहली प्रियॉरिटी म्यूजिक ही रहेगी।
ले किया। इसे सुनने के बाद विशाल-शेखर ने मुझे मिलने के लिए बुलाया। हमने उनके सामने कुछ गाने गुनगुनाए। यह विशाल-शेखर को काफी पसंद आ गए और उन्होंने तय किया कि हम लोग साथ काम करेंगे। इस तरह यह गाना मुझे मिला।
इन दिनों फिल्म 'गोरी तेरे प्यार में' का गाना 'धत तेरी की' युवाओं को खासा लुभा रहा है। इसे आवाज दी है सनम पुरी ने। सनम का नाम अभी तक उनके बैंड 'एसक्यूएस प्रोजेक्ट' और अलबमों 'एसक्यूएस सुपरस्टार' और 'समर सनम' के लिए जाना जाता है। अब 'धत तेरी की' के साथ सनम ने बॉलीवुड की तरफ कदम बढ़ा दिए हैं। सनम से बात करना काफी मजेदार रहा। वह बिल्कुल हंसते-मुस्कुराते हुए बातें करते हैं और बेलौस अंदाज में जवाब देते हैं। पेश हैं सनम के साथ टेलीफोन पर हुई लंबी बातचीत के कुछ अंश...
- 'धत तेरी की' गाना कैसे मिला?
- हमारे मैनेजर हैं बेन थॉमस। उन्होंने विशाल-शेखर के लिए हमारे अलबम एसक्यूएस सुपरस्टार का गाना तेरी आंखों से प्
- बैंड से बॉलीवुड तक का सफर कैसा रहा?
- काफी अच्छा सफर रहा। करीब ३ साल पहले हमारा पहला अलबम आया था। तब से अब तक काफी अच्छा रहा है सबकुछ।
- बतौर गायक कहां कंफर्टेबल पाते हैं खुद को, बैंड में या बॉलीवुड में?
- निश्चित तौर पर बैंड में। यहां हमारे पास पूरी आजादी होती है। गाने में हेरफेर करने या फिर ट्यून में बदलाव और उसका अंदाज तय करने में। बॉलीवुड में ऐसा होना मुश्किल है, क्योंकि वहां हम किसी के अंडर में काम कर रहे होते हैं। जो फिल्म के डायरेक्टर-प्रोड्यूसर को पसंद आता है बस उसी के मुताबिक काम करना पड़ता है।
- किसी सिंगर के लिए फिल्मों में गाना क्यों जरूरी हो गया है?
- जरूरी तो नहीं, लेकिन इसे जरूरी बना दिया गया है। नाम, पहचान, शोहरत सब फिल्मों में गाने के बाद ही मिलती है। इसलिए लोग एक या दो अलबम निकालने के बाद फिल्मों में काम की तलाश में लग जाते हैं।
- अगर फिल्मों में काम मिलने लगेगा तो क्या बैंड बंद कर देंगे?
-बिल्कुल नहीं। फिल्मों में काम तो पता नहीं कितना और कब तक मिलेगा, लेकिन बैंड तो जिंदगी भर साथ देगा।
- तो क्या यह शुरू से तय था कि म्यूजिक की ही फील्ड में जाना है?
- बिल्कुल! मैं पैदा ही इसीके लिए हुआ हूं। छह साल की उम्र से ही गाने लगा था।
-आपके लिए म्यूजिक क्या है?
म्यूजिक से मुझे पैसा और शोहरत नहीं कमानी है। म्यूजिक से मुझे लोगों को खुश करना है।
- कौन से सिंगर्स पसंद हैं?
- सभी सिंगर्स को सुनना अच्छा लगता है। आखिर सभी मेहनत करते हैं, तो हमें सभी का सम्मान करना चाहिए।
- कभी किसी से इंस्पायर हुए?
- नहीं, कभी नहीं। मेरी इंस्पिरेशन मेरा भाई समर ही है। असल में मैं गाने ज्यादा सुनता नहीं हूं। इसके बजाए मैं ऑर्केस्ट्रा म्यूजिक सुनना पसंद करता हूं।
- आपके भाई समर आपसे छोटे हैं या बड़े?
- समर मुझसे दो साल बड़े हैं।
-दोनों के बीच क्या काम बंटा हुआ है?
-नहीं, ऐसा कुछ नहीं। आपस में डिस्कस करते रहते हैं। बस उनकी लिखने पर पकड़ थोड़ी अच्छी है तो वे गाने लिखते हैं। बाद में मैं उसकी धुन तैयार करता हूं।
- आगे क्या करने का इरादा है?
- बहुत कुछ करना है। गाना तो चलता ही रहेगा, साथ ही फिल्मों में म्यूजिक भी देना है। एेक्टिंग के बारे में भी सोचा है, लेकिन पहली प्रियॉरिटी म्यूजिक ही रहेगी।
ले किया। इसे सुनने के बाद विशाल-शेखर ने मुझे मिलने के लिए बुलाया। हमने उनके सामने कुछ गाने गुनगुनाए। यह विशाल-शेखर को काफी पसंद आ गए और उन्होंने तय किया कि हम लोग साथ काम करेंगे। इस तरह यह गाना मुझे मिला।
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