मेरे मरने तक ....
जज्बातों के पिघलने तक, इस शाम के ढलने तक।
मेरा दिल तेरी चाहत का तलबगार, तेरा अक्स मेरे जिगर से मिटने तक।
लहू गिरता है कतरा-कतरा, अरमां मेरे दिल का बिखरा- बिखरा,
तेरी तलाश में मेरा प्यार, उम्र का सफर तमाम होने तक।
यादों का सफर लम्हा-लम्हा, तेरी याद में मेरी शाम तन्हा-तन्हा,
सांसों में तेरी मोहब्बत की खुशबू, मेरे मरने तक।
ख्यालों में मेरे लबों की नरमी-नर्मी, धड़कने हैं मेरी सहमी-सहमी।
गुनगुना लो मेरी मोहब्बत का नगमा, तेरा हाथ मेरे हाथ से छूटने तक।
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